सौ की वसूली पर रसीद 20 से 30 रूपए की, प्रतिदिन हो रहा हजारों का टैक्स चोरी
छिंदवाड़ा।सब्जी एंव फल मंडी में महिला अधिकारी की गुंडागर्दी खुलेआम देखने मिल रही है। वाहन चालकों से सौ रूपए वसूलने के बाद महज 20 से 30 रूपए की रसीद ही दी जाती है। इस तरह प्रतिदन हजारों रूपए का टैक्स चोरी किया जा रहा है। इस मामले में बताया जा रहा है कि ऊपर तक अधिकारियों की मिलीभगत से इस कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। इस कार्य में कुछ राजनीतिक व्यापारियों की मिली भगत भी बताया जा रहा है। अधिकारियों को जानकारी होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इस तरह टैक्स चोरी कर हर माह शासन को लोखों रूपए की चपट लगाई जा रही है।
बता दें कि निरीक्षिका देवकी कुशराम पदस्त है। उनके साथ एक ड्राइवर शेषराव घोरपड़े है। वही दो गार्ड प्राइवेट है, वह भी वसूली करते है। वाहन चलाने वाले गोलू, रमजान, साहिल, नंदू और अन्य ने बताया कि हमसे रोजाना 50 से 100 रूपए लिए जाते है, उसके एवज में महज 20 से 30 रूपए की ही रसीद दी जाती है। वही कुछ वाहन चालकों को रसीद भी नहीं दी जाती। इसी तरह मंडी में कुछ सब्जी की दुकानें लग रही है, उनकी वूसली पूरी निरीक्षिका के जेब में जा रही है। यदि चालक इस बात का विरोध करते है तो उन्हें नियम कानून बता दिया जाता है। इससे चालक कुछ नहीं कर पाते। मंडी अधिकारी से बात करने पर वह चमकाते हुए फसाने की धमकी देती है। इस मामले में मंडी प्रशासन एसडीएम सुधीर जैन 9425635494और मंडी सचिव सुरेश कुमार परते से 9425761102 पर फोन लगाया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
रात में निकलने वाले ट्रकों से भी वूसली
रात में सब्जियों के वाहन लोड होते है, जिले और राज्य से बाहर जाते है। निरीक्षिका रसीद बुक में एडवांश हस्ताक्षर कर चली जाती है। वाहन चालक खुद यह रसीद लेकर भर लेते है। जैसे लहसुन का आज का रेट 80 रूपए किलो है। जैसे 100 कट्टी लहसुन जा रहा है, तो निरीक्षिका सिर्फ 50 कट्टी की ही रसीद काटती है। इस तरह रोजना दर्जनों वाहन मंडी से सब्जियां लेकर निकलते है। इस तरह टैक्स चोरी कर अधिकारी मालामाल हो रहे है।
समय पर नहीं आती निरीक्षिका
सब्जी एंव फल मंडी में पदस्त निरीक्षिका सुबह 11 बजे आती है और 1 बजे चली जाती है। उसके बाद शाम पांच आकर हिसाब कितान कर लेनदेन कर चली जाती है। जबकि उन्हें सुबह 9 बजे आना चाहिए। कई मर्तबार संभागीय अधिकारी, मंडी सचिव और एसडीएम से शिकायत हो चुकी है। इसके बाद भी इस महिला अधिकारी को निकाला नहीं गया है।
पांच साल से टिका है ड्राइवर
मंडी गेट में पदस्त कर्मचारी शेषराव यादव अनाज मंडी में ड्राइवर है। इनका अनाज मंडी के वाहन चलाने का काम है। लेकिन अधिकारियों के चहेते होने के कारण इन्हें मंडी में पदस्थ किया गया है। यह भी अवैध वूसली में निरीक्षिका का मददगार है। जो पिछले पांच साल से टिका हुआ है।