मंदिर और मस्जिदों में सिर्फ एक लाउडस्पीकर रहेगा, आवाज भी रहेेगी सीमित
छिंदवाड़ा। जिला प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल ने आज सभी मंदिर और मस्जिदों से एक से अधिक लगाए गए लाउड स्पीकर निकलवा दिए है। उन्होंने सख्त आदेश दिए है कि मंदिरों और मस्जिदों में अब एक ही लाउडस्पीकर रहेगा। सभी लाउडस्पीकर की आवाज 65 डेसीबल रहेगी। दरअसल यह आदेश बीते दिन मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बैठक के दौरान दिए है। जिसके बाद जिले भर में यह कार्रवाई की जा रही है।
बता दें कि आज तहसीलदार धर्मेन्द्र चौकसे, एसआई मयंक उइके पुलिस बल के साथ सभी मंदिर और मस्जिद पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले नगर पालिका शंकर मंदिर में पहुंच समिति को समझाइश दी। इसके बाद गोलागंज सिथित जामा मस्जिद पहुंचे। जहां मस्जिद में दो लाडस्पीकर लगे हुए थे। मौलवी लाउडस्पीकर की अनुमति नहीं दिखा पाए। तहसीलदार ने तत्काल एक लौडस्पीकर निकलवा दिया। यहां के बाद अन्य मंदिरों और मस्जिदों में भी भी कार्रवाई की गई है। वही मंदिर और मस्जिद समितियों को स्पष्ट निर्देशित किया है कि एक से अधिक लाउडस्पीकर रहेंगे तो कार्रवाई की जाएगी। वही उन्होंने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि लाउडस्पीकर की आवाज 65 डेसीबल से अधिक नहीं होना चाहिए। इससे तेज आवाज होने पर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में तहसीलदार धर्मेन्द्र चौकसे ने बताया कि यह मुख्यमंत्री के आदेश है। किसी भी मंदिर और मस्जिद में एक से अधिक लाउड स्पीकर नहीं रहेंगे। वही लाउडस्पीकर की आवाज़ भी 65 डेसिबल रहेगी। इस निर्णय के बाद यह कार्रवाई की जा रही है।
मुख्यमंत्री बनते ही लिया था निर्णय
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पद संभालते ही मंदिर मस्जिदों में आरती और अजान के लिए एक निश्चित आवाज 65 डेसीबल तक लाउडस्पीकर बजाने के के निर्देश दिए थे। कुछ दिनों तक इसका पालन किया गया। इसके बाद फिर मनमर्जी से आरती और अजान होने लगी। इसके बाद बीते दिनों भोपाल में बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने फिर सख्त आदेश देकर इस नियम को कड़ाई से पालन करने के लिए सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है।