आधा घंटे होते रही गोलीबारी, आंतकवादियों से लड़ते देश पर कुर्बान
छिंदवाड़ा। जिले के वीर सपूत विक्की पहाड़े देश सेवा करते हुए शनिवार को जम्मू कश्मीर के पुंछ में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए है। वह वायु सेवा के कॉरपोरल पर पदस्त थे। इस बात की खबर जैसे ही जिले में भर के लोगों की आंखें शहीद हुए जवान के लिए नम हो गई है। हर कोई इस शहिद की मां को सलाम करना चाहता है। जिसने एक ऐसे सपूत को जन्म दिया जो देश पर कुर्बान हो गया। बता दें कि 4 मई शनिवार को जम्मू कश्मीर के पांच में वायु सेवा के काफिले पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। तकरीबन आधा घंटा सैनिकों और आंतकवादियों के बीच गोलीबारी होती रही। इस हमले में घायल वायु सेवा के पांच जवानों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से उधमपुर आर्मी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। इन घायल पांच जवानों में छिंदवाड़ा के नोनिया करबल निवासी कॉरपोरल विक्की पहाड़े भी थे। पांचों जवानों का इलाज उधमपुर के आर्मी अस्पताल में चल रहा था, लेकिन देर रात गंभीर हालत में कॉरपोरल विक्की पहाड़े का निधन हो गया। विक्की पहाड़े ने देश की सेवा करते हुए देश पर अपनी जान कुर्बान कर दी। उनकी इस कुर्बानी पर जहां पूरे देश में आंखें नाम है वही छिंदवाड़ा ऐसे सपूत को जिसने छिंदवाड़ा की धरती को धन्य कर दिया के लिए आंसू बहा रहा है।
बेटे के जन्म दिन में आने वाले थे शहीद
शहीद विक्की पहाड़े का एक पांच साल का बेटा है। जिसके जन्मदिन 7 जून को आता है। वह उसके जन्म दिन पर आने वाले थे। आने के पहले ही वह देश की सेवा करते हुए आतंकवादी हमले में शहीद हो गए। बता दें कि उनकी तीन बहनें है। वह 15 दिन पहले ही एक माह के अवकाश पर छिंदवाड़ा आए थे। उनकी बहन की गोदभराई की रस्म आदा करके वापस सरनकोट पुंछ जम्मूकाश्मीर लौटे थे। उनकी तीन बहनें है तीनो शासकीय सर्विस में है।
देर रात आ सकता है पार्थिव शरीर
शहीद विक्की पहाड़े का पार्थिव शरीर को वायुयान से नागपुर लाया जाएगा। जहां से वह सड़क मार्ग से होते हुए छिंदवाड़ा पहुंचेगा। इस दौरान उन्हें जगह जगह श्रद्धाजंलि दी जाएगी। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान सेना के अधिकारियों की देखरेख में उनका पूरा कार्यक्रम होगा।
शहर के दूसरे सपूत ने किया नाम रोशन
बता दें कि शहीद विक्की पहाड़े के पहले आतंकवादी हमले मेंं अमित ठेंगे भी अपनी शहादत दे चुके है। उन्होंने देश की आन बान शान बचाने सीने में गोलियां खाई थी। उन्होंने भी देश में छिंदवाड़ा का नाम रौशन किया है। अब दोबारा देश में छिंदवाड़ा को फिर एक बार इस वीर सपूत ने नाम रोशन किया है।