Home STATE मध्य प्रदेश वेदर: जानिए आज कैसा रहेगा मौसम, जानें मौसम का नया...

मध्य प्रदेश वेदर: जानिए आज कैसा रहेगा मौसम, जानें मौसम का नया अपडेट

हवा का रूख बदलते ही बढ़ेगी ठिठुरन, 20 जिलों में 20 डिग्री से नीचे गिरा पारा

भोपाल: मध्य प्रदेश में आज ज्यादातर जगहों पर आसमान साफ परहेगा। अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तो रात का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। हवा की गति करीब 10 किलोमीटर प्रति घंटे रहने की उम्मीद है। बादल बारिश का दौर थमते ही मध्य प्रदेश के 20 जिलों में तापमान में गिरावट के साथ ही गुलाबी ठंड का अहसास होने लगा है। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती सिस्टम के कारण नवंबर के दूसरे हफ्ते से ठंड का असर बढ़ेगा। इसके बाद तापमान में भी तेजी से गिरावट आएगी।फिलहाल इस हफ्ते कहीं भी वर्षा के आसार नहीं है। आज रविवार को मौसम साफ रहेगा और धूप निकलेगी।

मध्यप्रदेश मौसम विभाग के मुताबिक, आज रविवार को प्रदेश में ज्यादातर जगहों पर आसमान साफ रहेगा। अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। हवा की गति करीब 10 किमी प्रति घंटे रहने की उम्मीद है। इंदौर में दिन का अधिकतम तापमान 30 डिसे तो रात का तापमान 18 डिसे ,भोपाल में अधिकतम तापमान 32 डिसे तो न्यूनतम 20 डिसे,ग्वालियर में अधिकतम तापमान 31 डिसे तो न्यूनतम तापमान 17 डिसे और जबलपुर में अधिकतम तापमान 30 डिसे तो न्यूनतम 18 डिसे रह सकता है।

इन शहरों में ठंड का असर

एमपी मौसम विभाग की मानें तो रायसेन, राजगढ़, रतलाम, भोपाल, गुना, ग्वालियर, इंदौर, खंडवा, छिंदवाड़ा, मंडला, टीकमगढ़, बैतूल, खरगोन, पचमढ़ी और उज्जैन में तापमान 20 डिग्री से नीचे दर्ज किया जा रहा है‌। 10 नवंबर के बाद से भोपाल सहित अधिकांश जिलों में कड़ाके की ठंड का दौर देखने को मिल सकता है। अगले कुछ दिनों तक प्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसम शुष्क बना रहेगा, कहीं भी बारिश के आसार नहीं है।

एमपी मौसम विभाग का नया पूर्वानुमान

वर्तमान में मध्य पाकिस्तान और उससे लगे पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। गुजरात के आसपास एक प्रति चक्रवात भी बना हुआ है।वर्तमान में हवाओं का रुख पूर्वी एवं दक्षिण-पूर्वी बना हुआ है। इन मौसम प्रणालियों से मौसम पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ रहा है। ऐसे में रात में तेज ठंड नहीं पड़ रही है। हालांकि हवाओं का रुख उत्तरी होने पर ही रात के तापमान में तेजी से गिरावट आएगी और ठिठुरन बढ़ेगी।