छिंदवाड़ा। सावधान… सावधान…सावधान…रिंग रोड और मुख्य मार्गों से निकलने वाले ओवर लोड डम्फरों से गिरने से वाली गिट्टी मौत बनकर खड़ी है। यहां से जरा सम्भलकर निकलिएगा। कहीं आप हादसे का शिकार न हो जाएं। इस हादसे में आपकी जान भी जा सकती है। हालात यह है कि आए दिन सड़कों किनारे बिखरी गिट्टी से दो पहिया वाहन चालक फिसलने से घायल हो रहे है। ऐसे में सामने से आ रहे वाहन से टकरा गए तो मौत भी हो सकती है। इस मामले ने आरटीओ अधिकारी का गैरजिम्मेदाराना रवैया देखने मिला। जब उनसे बात की गई तो मजाकिया अंदाज में कहा करा लेंगे कार्रवाई। ऐसे में अधिकारियों से क्या उम्मीद की जा सकती है। ऐसे में सड़कों पर बिखरी गिट्टी से कभी किसी वाहन चालक की जान पर बन आ सकती है। ऐसा ही एक मामला गुरैया रोड के एक वाहन चालक का आया है। कृश्णा नांदेकर जो कि सांवरी से लौटते वक्त रिंग रोड पर बिखरी गिट्टी का शिकार हो गया। उसकी बाइक अनियंत्रित होने से फिसल गई। इस हादसे में उसे सिर, हाथ और पैर में गंभीर चोटें आई है। गनीमत रही वह फिसलने के बाद रिंग रोड पर बने फुटपाथ या सामने से आ रहे किसी वाहन से नहीं टकराया, नहीं तो बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता था। ऐसी घटनाएं आए दिन हो रही है, लेकिन संबंधित प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है।
दरअसल रोजाना सैंकड़ों ट्रैक्टर, ट्रक और डम्फर भवन निर्माण सामग्री शहरों में निमार्णाधीन भवन तक पहुंचा रहे है। जिसमें रेत और गिट्टी शामिल है। रेत और गिट्टी लेकर आने वाले वाहन खुली ट्राली में लेकर आते है। इनकी गति अधिक रहती है। इससे रिंग रोड के चौराहों पर यह गिट्टी बिखरने का नाजारा देखने मिल रहा है। अधिकांश खदानों और नदियां रिंग रोड के बाहर है। इसलिए रिंग रोड के सभी चौराहें पर गिट्टी बिखरी पड़ी है। इस कारण आए दिन बाइकों के फिसलने के मामले सामने आ रहे है। सड़क पर फैलाने वाले वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं होने से लोगों में नाराजगी है। यदि विभागीय अधिकारी समय पर कोई कार्रवाई नहीं करते है तो आने वाले दिनों में बड़े हादसे इंकार नहीं किया जा सकता।
सड़कों पर मटेरियल
मुख्य मार्गों पर निमार्णाधीन मकान मालिक भी इन हादसों को बढा़वा देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। सड़क पर गैरजिम्मेदाराना ढंग से रेत, गिट्टी, ईंट आदि सड़कों पर ही रख-रखाव कर रहे है। इससे यातायात प्रभावित हो रहा है। लोगों को आने-जाने में परेशानी भी होती है। बिना अनुमति लिए भवन निर्माण सामग्री को सड़क पर रखने वालों पर विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस कारण वे और भी अधिक लापरवाही बरतते हैं।
यह है नियम
भवन निर्माण सामग्री ढोने वाले वाहन ओवर लोड भरकर सामग्री लाते है। जबकि नियम के मुताबिक जिस भी वाहन में सामग्री भरी जाती है। उसके बाद उसे तिरपाल से ढका जाता है। इससे सड़कों पर सामग्री न गिरे। इधर वाहन चालक या मटेरियल सप्लाइयर इन नियमों को दरकिनार कर रहे है जिसका खामियाजा दो पहिया चालक भुगत रहे है।
कौन विभाग जिम्मेदार
आपको बता दें मटेरियल ढोने वाले वाहनों पर कौन अंकुश लगाएगा। ओवर लोड, सड़क पर बिखर रही गिट्टी और शहरों की सड़कों पर घूम लोडेड वाहन। इसके लिए कौन विभाग जिम्मेदार है। कब शहर की जनता को ऐसे यमराजों से मुक्ति मिलेगी।