छिन्दवाड़ा। गुरूवार को कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चंदनगांव का आकस्मिक निरीक्षण किया। यह विद्यालय कलेक्टर श्री सिंह ने गोद लिया गया है। निरीक्षण के दौरान उनके साथ जिला शिक्षा अधिकारी जीएस बघेल भी मौजूद थे। यह दौरा विद्यालय के शैक्षिक एवं भौतिक स्थिति का आकलन करने के उद्देश्य से किया गया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न कक्षाओं का निरीक्षण किया। विद्यार्थियों से संवाद किया। उन्होंने सोशल साइंस, हिंदी और गणित विषयों से संबंधित सवाल पूछकर बच्चों की शैक्षिक प्रगति का जायजा लिया। बच्चों ने अपने उत्तरों के माध्यम से अपनी समझ और तैयारी का प्रदर्शन किया। उन्होंने बच्चों को विषयों को गहराई से समझने और आत्मविश्वास के साथ उत्तर देने के लिए प्रेरित किया।
स्थिति में सुधार और अधिक प्रयास की आवश्यकता
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि 20 सितंबर को उनके पिछले निरीक्षण के बाद विद्यालय की स्थिति में काफी सुधार देखा गया है। हालांकि उन्होंने शिक्षकों और विद्यालय प्रबंधन को इसे और बेहतर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा।
शिक्षा की गुणवत्ता पर जोर
कलेक्टर श्री सिंह ने शिक्षकों के साथ चर्चा करते हुए विशेष रूप से “क्वालिटी एजुकेशन” यानी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के प्रति झिझक को दूर करने के लिए बार-बार अभ्यास कराने और विषयों को विस्तार से समझाने की जरूरत है। शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे बच्चों को अच्छे नागरिक बनाने में सहायक बनें। उन्होंने निर्देश दिया कि बच्चों को सिर्फ रटाने के बजाय विषयों को समझने और आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत करने की शिक्षा दी जाए।
भविष्य की योजना पर ध्यान
कलेक्टर श्री सिंह ने विद्यालय प्रबंधन से कहा कि शिक्षा संस्थानों का मुख्य उद्देश्य बच्चों को हर दृष्टि से सशक्त बनाना है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि बच्चों के भाषा कौशल और पढ़ाई में किसी प्रकार की कमी न हो।