Home STATE प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की नियुक्ति प्रक्रिया 2 दिन बाद

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की नियुक्ति प्रक्रिया 2 दिन बाद

भोपाल।संसद का बजट अधिवेशन समाप्त होने के बाद अब केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के सर्वोच्च रणनीतिकार अमित शाह का फोकस संगठन में परिवर्तन को लेकर हो गया है. सूत्रों का कहना है कि इसी सप्ताह प्रदेश भाजपा को नया अध्यक्ष मिल सकता है. यह भी तय है कि बिना मुख्यमंत्री की सहमति से प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनेगा लेकिन अमित शाह चाहते हैं कि मुख्यमंत्री और मध्य क्षेत्र की संघ इकाई की राय भी एक जैसी हो. रविवार को भाजपा का स्थापना दिवस है. इसलिए इस बार का स्थापना दिवस तो विष्णु दत्त शर्मा के नेतृत्व में ही मनेगा, लेकिन 9 से 14 तारीख के बीच कभी भी केंद्रीय पर्यवेक्षक धर्मेंद्र प्रधान भोपाल आकर निर्वाचन की कवायद कर सकते हैं. सूत्रों के अनुसार भाजपा की योजना इसी माह के पहले पखवाड़े में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव कराने की है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का भी चुनाव 20 अप्रेल को होना है और इससे पहले मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति होना है. ऐसे में अब चर्चा है कि अगले सप्ताह प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की तारीख की घोषणा हो सकती है, जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष के नाम घोषित किया जा सकता है. मध्य प्रदेश में दो महीने पहले जिला अध्यक्षों के चुनाव हो चुके हैं. सामान्य प्रक्रिया के अनुसार, प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव जिला अध्यक्षों के चुनाव के तुरंत बाद किया जाना था, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव समेत कई कारणों से इसे टाल दिया गया. अब प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव जल्द होने की बात कही जा रही है। ऐसे में दावेदारों के नामों को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है. प्रदेश अध्यक्ष की रेस में पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, अरविंद भदौरिया, बैतूल से विधायक हेमंत खंडेलवाल, सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और राज्यसभा सदस्य सुमेर सिंह सोलंकी समेत अन्य नेताओं के नाम चर्चा में हैं. भाजपा संगठन आदिवासी चेहरे को भी मौका दे सकता है, क्योंकि लंबे समय से आदिवासी नेता को प्रदेश भाजपा की कमान नहीं सौंपी गई है. एससी वर्ग से सत्यनारायण जटिया प्रदेश अध्यक्ष बने, लेकिन आदिवासी वर्ग को प्रतिनिधित्व नहीं मिल सका. इसका एक कारण जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए आदिवासी वर्ग को मौका देना भी माना जा रहा है. प्रदेश में ओबीसी वर्ग से मुख्यमंत्री होने के अलावा डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ब्राह्मण और जगदीश देवड़ा एससी वर्ग से आते हैं. वीडी शर्मा सामान्य वर्ग से आते हैं। इस बार आदिवासी नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की अटकलें है. इसमें राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी, खरगोन से सांसद गजेंद्र पटेल, मंडला से सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते के नाम चर्चा में है. बैतूल से विधायक और पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल का नाम भी प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल है. वह प्रदेश संगठन में लंबे समय से काम कर रहे है. संगठन के ही वरिष्ठ नेताओं ने उनका नाम बढ़ाया है. खंडेलवाल को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और संघ की पसंद भी बताया जा रहा है.