नापझौप को लेकर कालोनी वासियों से जताया विरोध, शिक्षक गृह निर्माण समिति का मामला, पंजीयक विभाग ने 20 साल पहले कर दी रजिस्ट्री
छिंदवाड़ा। शहर के शिक्षक गृह निर्माण समिति के ओपन स्पेज की नापझौंप को लेकर विवाद हो गया है। कालोनी वासियों ने आरआई और पटवारी द्वारा की जा रही नापझौप का विरोध किया है। कालोनी वासियों ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि यह ओपज स्पेस है। यहां समय समय पर धार्मिक आयोजन होते है। इसके बाद इस जगह पर बच्चे खेलते है। इसलिए इस जगह पर कोई निर्माण कार्य नहीं हो सकता। सबसे बड़ी बात यह है कि पंजीयक विभाग ने 20 साल पूर्व इस ओपन स्पेज की रजिस्ट्री कर दी।
दरअसल शिक्षक गृह निर्माण समिति ने 2000 के आसपास यह जगह लेकर यहां प्लाटिंग की थी। निमय के मुताबिक कालोनी वासियों के मनोरंजन के लिए ओपन स्पेस छोड़ा गया था। जो करीब 3 हजार स्क्वेयर फिट का है। शिव सक्सेना जो कि इस समिति के अध्यक्ष थे। उन्होंने 31 मार्च 2003 दुर्गेश वर्मा के नाम रजिस्ट्री कर दी थी। तकरीबन दो साल पूर्व दुर्गेश वर्मा ने यहां निर्माण कार्य शुरू कर दिया था। जिसके बाद कालोनी वासियों ने इसका विरोध जताते हुए निगम से स्टे लगा दिया है। तब से लेकर अभी तक यहां निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है। बुधवार को अचानक राजस्व विभाग के आरआई की टीम यहां नाप झौंप करने पहुंची। इस दौरान कालोनी के तकरीबन एक दर्जन से अधिक लोगों ने मौके पर पहुंचकर इस बात का विरोध किया। विरोध बढ़ता देख मौके पर तहसीलदार मौके पर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने कहा इस जगह की रजिस्ट्री है। पंजीयक विभाग ने इस जगह की रजिस्ट्री की है। हम रजिस्ट्री के आधार पर नाप-झौंप कर रहे है। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि आपके पास दस्तावेज है तो आप न्यायालय में जाकर अपना पक्ष रख सकते है। अब फिर नाप झौप होने से मामला गर्मा गया है।
रजिस्टार नेे कर दी रजिस्ट्री
ओपन स्पेज यानि की खेल या मनोजरंजन की जगह, जो कालोनी विकसित करने के दौरान छोड़ी जाती है। जिससे कालोनी के बच्चे यहां खेल सके। मौके पर सामाजिक कार्यक्रम, धार्मिक आयोजन हो सके। इसके बाद भी ओपन स्पेज की पंजीयक विभाग ने रजिस्ट्री कर दी। पंजीयक विभाग ने रजिस्ट्री कर अपना टैक्स वूसल कर लिया, लेकिन अब कालोनी वासी परेशान हो रहे है।
कैसे बेच दिया ओपन स्पेस
रजिस्ट्री करने वाले शिव सक्सेना जानते थे कि यह ओपन स्पेज है। यह बच्चों के खेलने के कालोनी के आयोजनों के लिए जगह है। इसके बाद भी उन्होंने दुर्गेश वर्मा को रजिस्ट्री कर दी। सबसे बड़ी बात यह है कि रजिस्ट्री करने के पूर्व दुर्गेश ने भी दस्तावेजों की जांच नहीं की। इससे ऐसा प्रतीत होता है मिली भगत से इस कार्य को अंजाम दिया गया है।
सड़क को लेकर असंमजस
इस कालोनी के लिए अंदर जाने वाली सड़क ओपन स्पेज के बाजू से नाले तक है। इसके बाद अंदर जाने लिए 20 फिट की सड़क है। इस तरह इस ओपन स्पेस के दोनों तरफ सड़क है। सड़क को लेकर भी विवाद चल रहा है। जबकि नक्शे में बकायदा सड़क दर्शाई गई है।
इनका कहना है…
यह ओपन स्पेज शिक्षक गृह निर्माण का है। यह बच्चो के खेलने की जगह है। यहां हो रहे निर्माण कार्य के दोरान स्टे लगा दिया गया है। अब नाप-झौंप किसलिए हो रहा है।
डीके श्रीवास, कालोनी वासी
इस मामले की मौके पर जाकर जांच की गई है। जांच के बाद जो गलत पाया जाएगा कार्रवाही की जाएगी।
धर्मेंद्र चौकसे, तहसीलदार