मुम्बई पुलिस का अफसर बनकर बुजुर्ग से की ठगी
इंदौर. शहर में डिजिटल अरेस्ट के मामले दिनों दिन बढ़ते ही ज ारहे है. इसी तरह का एक मामला फिर सामने आया है. जहां 71 वर्षीय बुजुर्ग के साथ घटना घटित हुई है. घनश्याम नामक बुजुर्ग इलेक्टि्रक कंपनी में काम करते है.
एडिशनल डीसीपी क्राईम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि बुजुर्ग घनश्याम ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है. आरोपियों ने मुम्बई पुलिस का अफसर दिखाकर उन्हें डिजिटल अरेस्टिंग का डर दिखाया और 40 लाख 60 हजार रुपए ठग लिए. मामले में दो मोबाइल नंबर धारकों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है. 71 वर्षीय धनश्याम ने शिकायत में बताया कि, तीन अक्टूबर को मेरे मोबाइल पर फोन आया था. फोन करने वाले ने बताया कि वह मुंबई के बांद्रा थाने में पुलिस अफसर है. उसका कहना था कि मैंने मुंबई में केनरा बैंक से 2 करोड़ 60 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन किया है. फिर उसने मुझे अरेस्ट करने के पेपर वॉट्सएप पर भेजते हुए कहा कि आपको पुलिस अरेस्ट करने जा रही है. सीबीआई आपका रिमांड लेकर पूछताछ कर सकती है.
बातों में उलझाकर निकाले रुपए
जब बुजुर्ग घनश्याम ने प्रकरण से निकालने बात कही तो फर्जी पुलिस अधिकारी ने बताया कि आप सीबीआई अफसर से रिक्वेस्ट करो वहीं तुम्हे माफ कर सकते है. पुलिस अफसर द्वारा सीबीआई अफसर का नाम आकाश कुलकर्णी बताया. फिर उसे कॉन्फ्रेंस में लिया. फर्जी सीबीआई अधिकारी आकाश ने बातों बातों में ही मेरे अंकाउट की जानकारी मांगी और मंैने उसे दे दी. फिर वह बोला कि आप अकांउट में पकड़ी गई रकम के कमीशन का 15 प्रतिशत रुपए जमा करावा दो. उसने यह भी बताया कि अगर आप जांच में दोषी नहीं पाए जाते हो तो यह रकम आपको वापस कर दी जाएगी. इस पर मेरे अकाउंट से अलग-अलग नम्बरों से लगभग 40 लाख 60 हजार की कट गई. इसके बाद उसने फोन काट दिया.