चुनाव के पूर्व संजय श्रीवास्तव पर लगे आरोप प्रत्यारोप, कांग्रेस हारी तो फूट सकता है ठीकरा
छिंदवाड़ा।लोकसभा चुनाव के बाद पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यालय में सर्जरी की बातें सामने आ रही है। चुनाव के पूर्व नाथ के पीए संजय श्रीवास्तव पर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी रहा। कांग्रेस के दर्जनों नेता, पदाधिकारी और सैंकड़ों कार्यकर्ता उनसे नाखुश दिखाई दिए। इन सभी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कांग्रेस को अलबिदा कह दिया। खुले तौर पर कांग्रेस छोड़ने का जिम्मेदार संजय श्रीवास्तव को ठहराया है। इस बात से कहीं न कहीं नाथ को ठेस पहुंची है। हालांकि कमलनाथ अपने दम पर चुनाव जिताने में सक्षम है, लेकिन हजारों नेताओं और कार्यकर्ताओं को कांग्रेस छोड़ना कमलनाथ को नागवार गुजरा है।
बता दें कि छिंदवाड़ा प्रदेश ही नहीं देश की हाईप्रोफाइल सीट मानी जाती है। 44 साल से कमलनाथ यहां अंगद के पैर की तरह राजनीति में जमे हुए है। भाजपा अभी तक उनका पैर हिलाने में नाकामयाब रही है। इस बार के लोकसभा चुनाव ने कांग्रेस की नींव हिलाकर रख दी। उनके सारथी माने जाने वाले दीपक सक्सेना ने उनका साथ छोड़ दिया। वही अमरवाड़ा से राजा कमलेश शाह विधायक रहते हुए कांग्रेस से अलविदा कह गए। इसी तरह चौरई से पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह, युवा नेता नीरज बंटी पटेल ने भी कांग्रेस छोड़ दी। इधर पांढुर्ना से प्रदेश महामंत्री अजय ठाकुर, नगर पालिका के एक दर्जन पार्षद सहित अन्य क्षेत्रों से सैंकड़ों नेता, पदाधिकारी और हजारों कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हो गए। इसकी मुख्य वजह नाथ के कार्यालय में पदस्थ संजय सक्सेना बताए जा रहे है। सभी ने कांग्रेस छोड़ने के पूर्व इन्हें जिम्मेदार ठहराया है। सभी ने एक साथ इनके सिर पर ठीकरा फोड़ दिया है। सभी ने एक सुर में कहा है कि इनकी मनमानी के चलते कांग्रेस छोड़ने वाले नाराज थे। इनके अख्खड़पन से कांग्रेसी परेशान हो चुके थे। कांग्रेस छोड़ने वाले सभी ने कहा ये अपने आप को कमलनाथ समझने लगे थे। ये बात किसी से छुपी भी नहीं है। इलेक्ट्रोनिक मीडिया में सारथी दीपक सक्सेना ने खुले तौर पर संजय श्रीवास्तव पर आरोप लगाए है। इसी तरह सैंकड़ो नेताओं ने भी आरोप लगाए है। इस बात से कहीं न कहीं श्री नाथ आहत हुए है। एक एक कर उनके पुराने साथी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए।
अब कांग्रेस के सियासी हलकों में यह चर्चा जोरों पर चल रही है कि जल्द ही उनके कार्यालय में पदाधिकारियों की सर्जरी होगी। जिसमें पहली गाज संजय पर गिरने की संभावना जताई जा रही है। कांग्रेस छोड़ने वालों के आरोपों के बाद उनसे उनका दायित्व वापस लिया जा सकता है। क्योंकि अब कमलनाथ के बाद छिंदवाड़ा की राजनीति का दारोमदार नकुलनाथ पर है। इसलिए कमलनाथ अपने कार्यालय को सशक्त बनाना चाहते है। इससे आने वाले समय में नकुल को राजनीति में किसी तरह की पेरशानी न हो। राजनीति की राह आसान हो।
कौन संभालेगा पीए की जिम्मेदारी
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार कांग्रेस संगठन का कार्यभार संभालने वाले संजय श्रीवास्तव की छुट्टी होना तय माना जा रहा है। इनके जाने के बाद यह कुर्सी खाली हो जाएगी। सवाल यह उठता है कि इस कुर्सी पर बैठेगा कौन? ऐसा बताया जा रहा है कि इन दिनों संजय के बाद कमलनाथ के सबसे विश्वनीय ब्रजेश पटेल माने जा रहे है। इस लिहाज से कमलनाथ पटेल पर भरोसा जता सकते है। हालांकि अभी तक उन पर किसी तरह का कोई दाग नहीं है। इसलिए इस कुर्सी को भरने के लिए उनकी संभावना अधिक जताई जा रही है।
कौन लेगा हार की जिम्मेदारी
इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को जिताने नाथ परिवार पूरी शिद्दत से लगा रहा। चुनाव जीतने कोई दांव पेंच नहीं छोड़े। सभाओं से लेकर रोड सो किये। लेकिन यह चुनाव नाथ परिवार को उनके कार्यालय में पदस्त दो लोग गहरे घाव दे गए। एक के कारण हजारों बाहर हो गए। दूसरे के कारण पुलिस बंगले तक पहुंच गई। ऐसी स्थिति में कांग्रेस हार गई तो जिम्मेदार कौन होगा।